बबलू बन्दर बैठा छत पर
दाँत निपोड़े हर आहट पर
खी खी कर के हमें डराए
लट्ठ दिखाओ झट भग जाए।
चोरी कर मोबाइल लाया
हर बन्दर को फ़ोन लगाया
सुनी किसी ने एक नहीं पर
दिन भर कितना ज़ोर लगाया।
चोरी का ये खेल बुरा है
पर बबलू को नहीं पता है
चिंटू ने अब पुलिस बुलाई
बबलू की है शामत आई।
०३/०४/२०१५, ग़ाज़ियाबाद